हाँ, वाकई दिल टूटने पर दर्द होता है — और ये सिर्फ एक कहावत नहीं, बल्कि साइंस भी इसे मानता है।
🧠 फैक्ट #1: दिल टूटने पर दिमाग असली दर्द की तरह ही रिएक्ट करता है
जब किसी का दिल टूटता है — चाहे वो ब्रेकअप हो, किसी की जुदाई, या किसी अपने का खो जाना — तो हमारे दिमाग में वही हिस्से एक्टिव हो जाते हैं जो फिजिकल पेन (जैसे चोट लगना) के वक्त एक्टिव होते हैं।
यह पाया गया है कि anterior cingulate cortex और insula नामक ब्रेन रीजन, जो फिजिकल दर्द के रिस्पॉन्स में काम करते हैं, वो इमोशनल पेन के दौरान भी एक्टिव हो जाते हैं।
यानी, जब आप कहते हैं "दिल टूट गया है" — तो दिमाग इसे किसी हड्डी के टूटने से अलग नहीं समझता।